
Partition Of India 1947
14–15 अगस्त 1947: आज़ादी से पहले के आख़िरी 24 घंटे
14 अगस्त सुबह: विभाजन का आधिकारिक ऐलान
14 अगस्त की सुबह तक यह स्पष्ट हो चुका था कि भारत और पाकिस्तान अब दो अलग राष्ट्र बनेंगे। लाहौर, कराची और ढाका में जश्न का माहौल था, जबकि दिल्ली, अमृतसर और लाहौर के बीच तनाव और अफरातफरी फैल रही थी। रेलवे स्टेशन, बस अड्डे और सड़कों पर लोगों की भीड़ अपने नए ठिकानों की ओर भाग रही थी।
14 अगस्त दोपहर: पाकिस्तान का जन्मदोपहर को कराची में मोहम्मद अली जिन्ना ने पाकिस्तान की स्वतंत्रता का आधिकारिक एलान किया। गवर्नर जनरल के रूप में उन्होंने पाकिस्तान के पहले दिन की शुरुआत की। वहीं दिल्ली में ब्रिटिश प्रशासन ने भारत को स्वतंत्र करने की आखिरी औपचारिक तैयारियां शुरू कर दी थीं।
14 अगस्त शाम: दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
शाम तक दिल्ली में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई थी। लाल किले, संसद भवन और वायसराय हाउस (आज का राष्ट्रपति भवन) के चारों ओर पुलिस और सैनिक मौजूद थे। अफवाहें फैलने से रोकने के लिए रेडियो पर लगातार सरकारी घोषणाएं प्रसारित की जा रही थीं।
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14 अगस्त रात 11 बजे: संविधान सभा का विशेष सत्र
रात 11 बजे संविधान सभा का विशेष सत्र शुरू हुआ। पंडित नेहरू, सरदार पटेल, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और अन्य नेता मौजूद थे। महात्मा गांधी अनुपस्थित थे क्योंकि वे कलकत्ता में दंगों को शांत करने में जुटे थे। इस सत्र में सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हुई।

15 अगस्त आधी रात: आज़ादी की घोषणा
12 बजे जैसे ही घड़ी ने 15 अगस्त का स्वागत किया, पंडित नेहरू ने अपना मशहूर भाषण “Tryst with Destiny” दिया। उन्होंने कहा कि भारत अब स्वतंत्र है और अपने भविष्य का निर्माण खुद करेगा। भाषण खत्म होते ही पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
- 14 August 1947 ki raat kya hua tha?
- 14 अगस्त 1947 को भारत में क्या हुआ था?
- 15 अगस्त 1947 को क्या हुआ था?
- 14 अगस्त 1947 की आधी रात को क्या हुआ था?